आज कैरियर को बनाने और रोजी –रोटी कमाने की अंधी होड़ ने बहुत सारी प्रतिभाओं को समाप्त कर दिया है। बहुत से लोग अपने अंदर मौजूद विलक्षण प्रतिभा का गला घोंटकर अनिच्छा से जीवन जीने को मजबूर हैं। आपको आज बहुत कम ऐसे युवा मिलेंगे जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी न तो अपने अंदर के कलाकार को मरने दिया और न ही अपनी दिली इच्छा को दबने दिया। अपने मन में खुद को लेकर बचपन से ही देखे हसीन सपने को साकार करने का जोखिमपूर्ण कदम उठाने वाले बहुत कम लोग ही हैं।ऐसे ही लोगों में से एक नाम राहुल चौधरी का भी है जिन्होंने अपने बचपन में खुद को अभिनेता बनाने के सपने को साकार करने हेतु सरकारी सेवा को भी तिलांजलि दे डाली। मुंबई महानगरी की फ़िल्मी चकाचौंध ने शुरू से ही युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है।यहां प्रतिदिन हज़ारों लोग अपनी आँखों में पर्दे पर दिखने का एक ही सपना लेकर आते हैं। यह युवा इस माया नगरी में अपनी उपस्थिति एक ऐसे लोकप्रिय अभिनेता के रूप में दर्ज करवाना चाहते हैं जिसके लाखों चाहने वाले हों।यह सपना देखनेवाली भीड़ में से सिर्फ एक –दो लोग ही अपना सपना साकार कर पाते हैं बाकि कुछ वर्षों तक धक्के खाकर निराश होकर वापिस लौट जाते हैं। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले के महरौली गांव के जाट परिवार में 19 नवंबर ,1986 को जन्मे राहुल चौधरी उन विरले युवाओं में से एक सौभाग्यशाली व्यक्ति हैं जो मायानगरी में अपनी अभिनय प्रतिभा और आकर्षक व्यक्तित्व के दम पर उपस्थिति दर्ज़ करवाने में सफल हुए हैं। गत दिनों सजग वार्ता डॉट काम के प्रतिनिधि अश्विनी भाटिया की राहुल चौधरी से हुई मुलाकात में विस्तृत बातचीत हुई। इस बातचीत में उनके जीवन से जुड़े कई अनछुये पहलुओं से लेकर अब तक के फ़िल्मी सफर के बारे में रोचक जानकारी भी मिली। मधुर और सौम्य वाणी के धनी राहुल से की गई बातचीत के आधार पर यहां यह परिचर्चा प्रस्तुत है ; राहुल के फ़िल्मी सफर की शुरूवात भी मॉडलिंग से ही हुई है। उन्होंने बहुत सी लघु –फिल्मों के अलावा कई एंटरनटमेन्ट चैनलों पर प्रसारित लोकप्रिय धारावाहिकों में भी विभिन्न सकारात्मक और नकारात्मक पत्रों की भूमिका बड़ी खूबसूरती से निभाई है। जिनमें स्टार प्लस ,लाइफ ओ के और सोनी चैनल प्रमुख हैं। इन धारावाहिकों में सोनी चैनल पर भारत का वीर सपूत –महाराणा प्रताप ,लाइफ ओ के पर प्रदर्शित नागार्जुन –एक योद्धा, और कलर चैनल पर प्रदर्शित चक्रवर्ती अशोका सम्राट में काम करके राहुल दर्शकों में काफी लोकप्रिय हो चुके हैं।मेरठ स्थित चौधरी चरणसिंह विश्वविधालय से कैमस्ट्री ऑनर्स से स्नातक की डिग्री लेने के उपरांत राहुल भारतीय सेना में शामिल हो गए। राहुल जुडो –कराटे भी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। राहुल ने बताया कि परिवार वालों की ईच्छा को मानते हुए उन्होंने यह सरकारी नौकरी प्राप्त तो कर ली लेकिन उनके मन का पंछी तो अभिनय के आकाश में ऊँची उड़ान भरने को फड़फड़ा रहा था। साढ़े चार वर्ष तक अनमने मन से सेना में गुजारने के बाद आखिर राहुल ने इस सरकारी सेवा को वर्ष 2009 में हमेशा के लिए त्याग दिया और घर वापिस लौट आये। एक साल तक घर में रहने के बाद आखिरकार उन्होंने दृढ़ निश्चय कर लिया कि चाहे उनको कुछ भी करना पड़े वो अपने अंदर छुपे कलाकार को उसके असली मुकाम पर ले जाकर ही दम लेंगे। राहुल ने दिल्ली स्थित इलाईट मॉडलिंग मैनेजमेंट स्कुल से मॉडलिंग कोर्स करने के बाद कई प्रसिद्ध फैशन डिजाईनरों –आसिफ मर्चेंट ,असलम खान ,अनिल होसानी और कोरियोग्राफर लेवल प्रभु के लिए मॉडलिंग का काम किया। इसके अलावा राहुल को लेकर कई प्रसिद्ध ब्रांड्स के लिए प्रिंट फोटो शूट भी किये गए हैं। इसके बाद वह थिऐटर से जुड़ गए। थियेटर में मुजीब खान के साथ 2 साल तक कड़ी मेहनत की और इस दौरान उनको अपने अंदर छुपे अभिनेता ने खुद को तराशकर नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया। राहुल ने दिल्ली स्थित आईडियल ड्रामा एन्ड एंटरटेन्मेंट अकादमी [आई डी एम् ए ] से मॉडलिंग का कोर्स किया और नए आत्मविश्वास और जोश के साथ अपना असल सपना साकार करने बॉलीवुड की दुनिया मुम्बई पहुँच गए। यहां राहुल ने मंचीय अभिनय [फिजिकल थियेटर ]की बारीकियों को गंभीरता से समझा और सीखा। मैं अपने सपने को मूर्त रूप देने के लिए खुद को हर तरह से सक्षम बनाकर ही फ़िल्मी पर्दे की नई पारी खेलना चाहता था और इसीलिए मैंने कड़ी मेहनत के साथ अभिनय कला को सीखने में कोई गुरेज नहीं किया। वह कहते हैं कि मुजीब खान के साथ काम करके उन्हें अभिनय के कई गुर सीखने का मौका मिला।इसी दौरान उन्होंने कई वर्कशॉप भी अटेंड की। कई बड़ी और नामी कंपनियों ने राहुल को अपने विज्ञापनों में अपना ब्रांड अम्बेस्डर बना लिया। जिन कंपनियों ने राहुल को लेकर प्रिंट शूट किये उनमें –रेमन्ड ,पोलो मिंट टी वी सी ,एल आई सी ऑफ़ इण्डिया के जीवन लाभ,लूप मोबाईल इण्डिया ,टी क्यू एस गारमेंट्स में इमरान हाश्मी के साथ ,पी एन राव गारमेंट्स [ बैंगलोर] , ईस्ट पॉइंट डेवेलपर्स [बैंगलोर ],सन फार्मेसी [रिटेंस ]और एल एस डी गारमेंट्स प्रमुख हैं। राहुल कई फैशन शो में रैम्प पर उतरकर शो का मुख्य आकर्षण भी बने हैं। इनमें रायपुर फैशन शो ,भोपाल फैशन शो ,एकुवा फैशन टूर ,ऍफ़ टी वी शो [पंजाब ],स्टार नाईट फैशन शो ,वी आई पी लगेज शो मुंबई और डी सी सिग्नेचर इंडिया -2016 प्रमुख फैशन शो हैं जिनमें दर्शकों ने राहुल को बहुत पसंद किया। राहुल ने कई लघु फिल्मों में भी कार्य किया है जिनमें –ए मेट्रो जरनी ,सोच – ,वक्त –एक अहसास और दूर प्रमुख लघु फ़िल्में हैं।इसके अलावा राहुल सावधान इण्डिया ,कोड रेड ,सी आई दी ,एजेंट राघव –क्राइम ब्रांच ,क्राईम पैट्रोल और मर्यादा ;लेकिन कब तक सीरियल में भी अहम भूमिका अदा करके दर्शकों में अपनी पहचान एक अभिनेता के रूप में बना चुके हैं। राहुल को श्रेया सिने विजन की दोस्ती जिंदाबाद फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने का जो अवसर मिला यह उनके फ़िल्मी सफर का निर्णायक मोड़ साबित हुआ। इस फिल्म में शक्ति कपूर ,अयूब खान और मोहन जोशी जैसे बड़े कलाकारों ने भी अभिनय किया था। प्रसिद्ध निर्देशक पार्थो घोष द्वारा निर्देशित अग्नि साक्षी फिल्म में जरीना वहाब और जीनत अमान जैसे स्थापित फिल्म अभिनेत्रियों के साथ राहुल को लिया गया। फिल्म –मैं खुदी राम बोस में भी राहुल को अहम रोल मिला था जिसको उन्होंने बखूबी निभाया है। इसके अलावा राहुल ने वेब सीरीज की बहुत सी फिल्मों में अहम भूमिका निभाकर अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवा दिया है। राहुल ने बातचीत के अंतिम पड़ाव में बताया कि उनकी यह हार्दिक इच्छा है कि वह अक्षय कुमार और शाहरुफ खान के साथ किसी फिल्म में काम करें।राहुल कहते हैं कि आज के दौर की फ़िल्में भी समाज का दर्पण ही हैं। पर्दे पर वही सब कुछ दर्शकों को परोसा जा रहा है जो समाज में घटित हो रहा है और दर्शक इसको देखना भी पसंद करते हैं। वह कहते हैं कि अच्छा अभिनेता वही बन पाता है जो करोड़ों की भीड़ में अपने लाखों चाहनेवाले बना पाता है और वह सभी अपने चेहते कलाकार को असीमित प्यार भी करते हैं। आज राहुल जिस मुकाम पर पहुंचे हैं उसके लिए वह अपने परिश्रम के साथ –साथ दर्शकों से उनको मिले प्यार और आशीर्वाद का प्रतिफल मानते हैं। |